आज से करीब 49 साल पहले, 1975 में धरती से करीब 3,400 प्रकाश वर्ष दूर एक महाविस्फोट हुआ. किसी परमाणु बम जैसा यह धमाका एक बाइनरी स्टार सिस्टम में हुआ था. उस स्टार सिस्टम को HM Sagittae कहते हैं. NASA के हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 1975 में हुए धमाके के अवशेष देखे हैं. यह खोज इसलिए हैरान करती है क्योंकि आमतौर पर ऐसे विस्फोट की रोशनी कुछ समय बाद कम होने लगती है.
HM Sagittae एक बाइनरी स्टार सिस्टम है. मतलब इसमें दो तारे होते हैं जिनमें से एक सफेद बौना तारा और दूसरा लाल दानव तारा होता है. लाल दानव तारे से निकलता पदार्थ सफेद बौने तारे के चारों ओर एक घूमती डिस्क जैसी बना लेता है. अगर कभी इस डिस्क से बहुत सारा पदार्थ सफेद बौने तारे पर गिरा तो दबाव और तापमान इतना बढ़ जाता है कि सतह पर एक थर्मोन्यूक्लियर धमाका होता है. यह धमाका इतना बड़ा नहीं होता कि सफेद बौने तारे को सुपरनोवा में बदल दे, लेकिन इससे इतनी ऊर्जा जरूर निकलती है कि पूरा स्टार सिस्टम चमक उठता है. सफेद बौने तारों में ऐसे धमाकों को ‘नोवा’ कहा जाता है