नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने एयर इंडिया और विस्तारा के विलय को मंजूरी दे दी। इस मंजूरी के बाद दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन ग्रुप में से एक के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया। वर्ष 2022 में मर्जर की घोषणा की गई थी। इस घोषणा के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। विस्तारा सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा ग्रुप का एक संयुक्त वेंचर है।
ऑर्डर कॉपी जो 31 पेज की है। इस ऑर्डर कॉपी के अनुसार एनसीएलटी की चंडीगढ़ पीठ ने टैलेस , एयर इंडिया और विस्तारा को शामिल करते हुए ” कंपोजिट स्कीम ऑफ अरेंजमेंट ” को मंजूरी दी। आपको बता दें कि सभी टाटा ग्रुप का हिस्सा हैं। एयर इंडिया को उम्मीद है कि विलय इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा।