एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल माइंस में पूर्व में घटित घटनाओं पर बीते महीने राष्ट्रपति भवन द्वारा संज्ञान लिए जाने पर श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के अधीन खान सुरक्षा महानिदेशालय धनबाद के अधिकारियों ने केरेडारी प्रखंड के चट्टी बारियातू एवं केरेडारी कोयला खनन परियोजना से प्रभावित कई गांव का निरीक्षण किया! उपरोक्त प्रकरण पर बड़कागांव के भूत पूर्व विधायक और झारखंड सरकार के पूर्व कृषि मंत्री ने भी खान सुरक्षा निदेशक को पत्र लिखकर केरेडारी में नियम कानूनों को ताक पर रखकर किए जा रहे हैवी ब्लास्टिंग से घरों में हो रही कंपन,पड़ रही दरार एवं भय के साए में जीवन व्यतीत कर रहे लोगों के हित में कंपनी प्रबंधन पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इसी कड़ी में दिन बृहस्पतिवार को खान सुरक्षा निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर हनुमंत कुमार ने चट्टी बारियातू, पगार, बिरहोर टोला, नावाडीह, पांडु, पेटो समेत विभिन्न गांव पहुंचकर ब्लास्टिंग से घरों में पड़ी दरार एवं सुरक्षा के संबंध में उठाए गए व्यापक कदमों की जांच की। बिरहोर टोला पहुंचने पर खनन क्षेत्र अति नजदीक होने पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई वहीं जोरदाग स्कूल के समीप किया जा रहे ओबी डंप समेत विभिन्न गांव मोहल्ले पहुंचकर घरों में पड़ी दरारों का निरीक्षण किया।
इस दौरान एनटीपीसी के भी कई अधिकारी साथ-साथ मौजूद रहे। पूर्व मंत्री ने कहा कि बगैर विस्थापित किए कंपनी घनी आबादी क्षेत्र में भी खनन कार्य कर रही हैं, लोग दहशत में जीवन यापन कर रहे हैं, ब्लास्टिंग के कारण घरों में भारी दरार पड़ गई है तुरंत एनटीपीसी प्रबंधन पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं खान सुरक्षा महानिदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मंत्री के शिकायत पर विशेष टीम का गठन करके सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है, इस संबंध में शीघ्र ही रिपोर्ट तैयार करके कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।मौके पर विधायक प्रतिनिधि सुरेश साव, प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह 20 सूत्री उपाध्यक्ष रविंद्र गुप्ता, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि सुंदर गुप्ता, 20 सूत्री सदस्य अत्ताउल्लाह, धीरेंद्र साव, तपेश्वर साव, मो. राजा, मोहम्मद शमीम, आदित्य साव, किशोर साव, सहित कई लोग मौजूद थे। सर आज मेरा खबर नहीं लगा है 12:30 pm में भेजे थे सर अभी तक नहीं लगा है