सरकारी नौकरी की उम्मीद कम हुई तो बीएड की पढ़ाई से युवाओं का मोहभंग साफ नजर आ रहा है। बीएड में दाखिले के लिए इस साल महज 2.23 लाख आवेदन आए हैं। ये कुल सीटों की संख्या से भी कम हैं।पिछले साल 41हजार सीटें भी भर पाई थीं। यह इस बार तो सीटों के बराबर आवेदन भी नहीं आए हैं। ऐसे में बीएड कॉलेज प्रबंधक परेशान हैं।
उनको आशंका सता रही है कि 15-20 प्रतिशत सीटें भी भर पाएंगी कि नहीं।
इस बारे में उत्तर प्रदेश Self Finance College Association के प्रदेश अध्यक्ष विनय त्रिवेदी कहते हैं कि स्थिति बहुत खराब है। नौकरी की उम्मीद न होना ही बड़ी वजह है। स्थिति तभी सुधर सकती है जब हाईस्कूल और इंटर collegesमें समय पर भर्तियां हों।