उल्टी दस्त के मरीज के पथरी के ऑपरेशन से हुई मौत के मामले में आज जब हमारी टीम फुटी कोठी स्थित महावीर हॉस्पीटल पहुंची और हॉस्पीटल प्रबंधन नरेन्द्र जैन से कुछ सवाल किये तो सुनकर टीम के होश ही उड गए, जैन का कहना है कि उल्टी दस्त के लिए मनोज को भर्ती किया था लेजर से नहीं दुर्बीन से उसका ऑपरेशन किया गया था जिसमे पॉच छ: जगह कट लगाए ही जाते हैं। वही मरीज के परिजनो द्वारा बताया गया था कि इलाज की फाईल तक हमे नही दी गई है। इस बात पर जैन कहते है कि पुलिस ले गई, जब पुछा गया कि पुलिस को फाईल किसने दी तो बोले की स्टाफ में से ही किसी ने दी है किसने दी ये मुझे भी नहीं पता, बाद में वो इस बात से भी मुकर गए कि फाईल पुलिस ले गई, वो कहते हैं कि भीड़ में से किसी को फाईल दी या पुलिस के पास है मे पक्का नहीं कह सकता,, जब स्टाफ से पुछा गया कि आपमे से किसने मृतक मनोज के इलाज की फाईल दी तो स्टाफ का भी बना बनाया जवाब कि हमे नही पता,, जबकि एक ड्युटी डॉक्टर कह रही है कि पुलिस ले गई, वही मृतक की डेड बॉडी के पोस्टमार्टम से लेकर अभी तक के घटनाक्रम को देखा जाए तो चंदन नगर थाने की साठगांठ होने का पुरा संदेह है। अब देखना यह होगा की पुलिस इस मामले में आखिर कब तक कार्यवाइ करती है।
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