केरेडारी : एनटीपीसी के केरेडारी कोल माइंस के भू रैयतों ने केडी प्रबंध पर अधिग्रहित जमीन का बिना मुआवजा दिए जबरन खनन कार्य करने का गंभीर आरोप लगाया है! खनन कार्य रोकने के लिए भू रैयतों द्वारा अपने अपने जमीन पर झोपड़ी लगा कर दिन रात रखवाली किया जा रहा है! भू रैयत दिनेश कुमार ने कहा कि मेरा 64 डिसमिल जमीन पर जबरन खनन किया जा रहा है जब रोकने जाते हैं तब माइनिंग कंपनी बीजीआर द्वारा रंगदारी
और काम में बाधा डालने के आरोप में झूठा मुकदमा दर्ज करने का धमकी दिया जाता है! सुनील कुमार ने बताया कि 2020 से मुआवजा के लिए चलकर काट रहे हैं पर मुआवजा जीरो प्रेसेंट है! इतना लूह लुहाती गर्मी में भी दिन रात जमीन का रखवाली कर रहे हैं ताकि खनन कार्य नही हो! वहीं मौके पर मौजूद कई महिलाओं ने भी कहा कि जमीन का मुआवजा भुगतान जीरो पर्सेंट है फिर भी जमीन पर जबरन खनन कार्य किया जा रहा है! उपरोक्त प्रकरण पर एनटीपीसी प्रबंधन से कहा जाता है कि अधिग्रहित जमीन का मुआवजा भुगतान हो चुका है जो डायरेक्ट पेमेंट नही लिए है उनका पैसा कोशगार में जमा करने के बाद खनन कार्य किया जा रहा है!