पीलीभीत में जामा मस्जिद कमेटी के सेक्रेटरी समेत सात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज होने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। आज बड़ी संख्या में एसपी आवास पहुंची महिलाओं ने पूरे मामले में विरोध दर्ज कराया। पुलिस लाइन परिसर में एक महिला ने बताया कि अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो हर शुक्रवार को एक महिला मदरसे के बाहर आत्मदाह करेगी।दरअसल बीते दिनों चंदोई में एक नमाज ए जनाज़ा के दौरान जरताब रजा खां और जामा मस्जिद कमेटी के सेक्रेटरी सिराज बहादुर खां पक्ष मे विवाद हो गया था। सेक्रेटरी पक्ष के लोगों का आरोप था कि मौलाना जरताब भड़काऊ भाषण दे रहे थे । वहीं दूसरी तरफ जरताब रज़ा खां के पुत्र ने खुद के साथ मारपीट किए जाने और गला दबाकर हत्या करने का प्रयास करने के मामले में पुलिस को तहरीर दी थी । जिसके आधार पर पुलिस ने शिराज बहादुर खा व अन्य लोगों के नाम दर्ज रिपोर्ट कर दी जिसका बता जब शिराज बहादुर खा के लोगो चला तो शहर के अंदर अफरा-तफरी का माहौल हो गया और अपने आप को शहर काजी के कहने के नाम पर जब चर्चा हुई तो शहर काजी मासूम रजा खान के बेटे मेहरान रजा खा ने अपने बयान में जरताब रजा खा के शहर काजी होने के नाम का खंडन किया और बताया कि मेरे फादर 1990 से वर्तमान में आज तक शहर काजी चले आ रहे हैं यह जो शहर काजी का नाम मौलाना जरताब परजा खा इस्तेमाल कर रहे हैं वह गलत है और साथ में मोहम्मद आरिफ ने मुकदमे को लेकर बताया यह गलत तरीके से मुकदमा दर्ज हुआ है वही सीनियर एडवोकेट सैयद शाकिर अली कादरी ने बताया के हम लोगों ने एसपी साहब से मुलाकात की है पूरे मामले की जानकारी एसपी श्री दिनेश कुमार पी जी को दी है और उन्होंने आश्वासन दिया है निष्पक्ष जांच का और उन्होंने जांच क सीओ सिटी सुनील दत्त जी को भेज दि है।
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