धनबाद – निजी अस्पतालों के लूट खसोट और मनमानी को रोकने में जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग पूरी…

निजी अस्पतालों के लूट खसोट और मनमानी को रोकने में जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग पूरी तरह से नाकाम। जी धनबाद में ऐसे कई निजी अस्पताल निर्बाध रूप से चलाए जा रहे हैं जो लोगो का पूरी तरह से दोहन कर रहे हैं मामला प्रकाश में तब आता है जब जान और पैसे गंवा चुके लोगों द्वारा जम के हंगामा किया जाता है फिर भी प्रशासन और सरकार चुप चाप तमाशाई बने रहते हैं। ऐसे ही एक घटना विगत 31 मार्च दिन रविवार की रात, धनबाद के बरटांड स्थित सुपर स्पेशलिस्ट द्वारकादास एशियन जलान हॉस्पिटल में हाउसिंग कॉलोनी, हरिजन बस्ती निवासी चंदन दास जो की अपने माता पिता के इकलौते पुत्र थे की मृत्यु हो गई। परिजनों का आरोप है कि मृत्यु पहले ही हो चुकी थी तो भी चंदन दास को जीवित बता कर अस्पताल का बिल बढ़वाए जा रहे थे बेचारे चंदन के पिता ये कहते हुए रो पड़ते हैं की अपने इकलौते बेटे को बचाने के लिए उन्होंने अपना घर तक बेच दिया साढ़े तीन लाख रुपए महज तीन दिनों में वे अस्पताल को दे चुके हैं उनका बेटा भी अब नही रहा ।

बताया जाता है की चंदन दास बलिया पूर अपने ससुराल होली मनाने गया था उसे नही मालूम था की ये उसके जीवन की आखरी होली थी, वही पर कुछ लोगो ने जिसका एफआईआर बलिया पूर थाने में दर्ज है, चंदन दास को इतना मारा की वह बुरी तरह से जख्मी हो गया परिवार वाले इस उम्मीद से की निजी अस्पताल में उसकी जान बच जायेगी उसे एशियन जलान हॉस्पिटल में ले आए और सब कुछ दांव पर लगा दिया लेकिन अंजाम वही हुआ जो जलान हॉस्पिटल में होता आया है। Newz इंडिया 24 की टीम दूसरे दिन जब जब शव के पोस्टमार्टम के बाद हॉस्पिटल पहुंची तो सेंटर हेड या किसी डॉक्टर का बाइट नही लेने दिया गया। जब सिविल सर्जन चंद्रभानु प्रतापन से इस हॉस्पिटल के मनमानी पर सवाल किया गया तो कैमरे के सामने कुछ नहीं कहा परंतु संवाद दाता पंकज सिन्हा को बताया की वो इस बात की जांच भी तभी करवाएंगे जब उन्हें लिखित शिकायत दी जाएगी साथ ही उन्होंने यह भी कहा की धनबाद में ऐसा हो रहा है क्योंकि धनबाद के लोग ऐसा ही चाहते हैं वे धनबाद से जाने से पहले मीडिया के सामने इस मामले में बड़ा खुलासा करेंगे अभी कुछ नही बोलेंगे। चाहे जो भी हो लेकिन निजी अस्पतालों ने मरीजों का पूरे जिले में बहुत बुरा हाल कर रखा है। हद तो तब पार हो जाती है जब ऐसी घटना बार बार होने पर भी प्रशासन और सरकार मौन रहती प्रस्तुत है सहयोगी प्रभात पांडे के साथ पंकज सिन्हा की यह रिपोर्ट धनबाद से

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *