देश डिजिटल हो गया है. सब्जी और फल के ठेलों से लेकर बड़े बड़े मॉल तक.तमाम जगहें ऐसी हैं, जहां डिजिटल पेमेंट ने जेब में कैश रखने का झंझट ही ख़त्म कर दिया है. तकनीक के इस युग में क्यू-आर कोड वक़्त की जरूरत हैं.इस बात को दुकानदारों की तरह ही भिखारियों ने भी समझा. जिसके बाद अब कई भिखारी ऐसे हैं, जो क्यू-आर कोड के जरिये भीख लेते नजर आ रहे हैं.
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