इन्दौर
गरिमा मकरानी की रिपोर्ट
पुलिस की झूठ आई सामने
पीडित परिवार ने किया जांच व न्याय की मांग
इन्दौर पुलिस थाना छत्रीपुरा की जादुगरी हत्या को आत्महत्या में कैसे बदला जाता है इस कला के प्रदर्शन में अब पुलिस खुद ही उलझती दिख रही हैं। जी हॉ आज से करीब 15 माह पहले थाना छत्रीपुरा के अंतर्गत अपनी प्रेमिका मोहिनी नरवरिया पर गोली चलाकर खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले नवीन परमार की पुलिसिया कहानी अब पुरी तरह से संदेह के घेरे में है,, क्योंकि पुलिस के अनुसार गोली मोहिनी को छुकर निकल गई थी तो जब प्रेमिका को गोली लगी ही नहीं तो प्रेमी क्यो मारेगा खुद को गोली,, पुलिस का कहना है कि मोहिनी को मारने के बाद नवीन ने खुद की कनपटी पर रिवाल्वर रखकर गोली मार ली जिससे नवीन की मौत हो गई,, जबकि पोस्टमार्डम रिपोर्ट के अनुसार गोली कनपटी पर नहीं बीच सिर के उपर से मारी गई है जो नीचे गले तक गई है,, इस केश में पुलिस पुराने पंचनामे को निकाल देती हैं जिसमे पुलिस ने बताया था कि गोली कनपटी पर लगी है, पोस्टमार्डम रिपोर्ट के अनुसार फिर से नया पंचनामा इसमे बनाया गया,, केश की कहानी परिवार की जुबानी ये है कि लडका काम पर से घर आ रहा था उसे फोन कर लडकी व उसके परिजनो द्वारा मिलने के लिए घर बुलाया गया,, पुलिस ने आज तक परिजनो ना वो फोन वापस किया और ना ही किसी भी जॉच में फोन लिया,, और तो और इस केश को डेढ साल होने के बावजूद आज दिनांक तक चालान ही पेश नही किया, इससे ये शंका और गहराती हैं कि पुलिस आरोपियो को बचाने के साथ ही पीडित परिवार के साथ अन्याय कर रही हैं, निश्चित ही सुनियोजित तरीके से कहानी बनाकर प्रेमिका के घर में प्रेमी की गोली लगने से मौत और प्रेमिका तो ठीक घर में मौजूद प्रेमिका के तीन और बहन भाई मे से किसी को एक खरोच ना आना और मारने आए व्यक्ति का मर जाना निश्चित ही कहानी कुछ और है गरीब परिवार दर दर भटक रहा हैं न्याय के लिए,, क्योकि कहानी कही से कही तक हजम होने वाली नही है,, वही पीडित परिवार जांच व न्याय की आस लगाए दर दर भटक रहा है।