ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में ‘डार्क मैटर’ और ब्रह्मांड की बेरियोन एसिमेट्री (बीएयू) के रहस्यों को सुलझाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआइटी-गुवाहाटी) के अनुसंधानकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय विज्ञानियों के साथ मिलकर नया मॉडल पेश किया है। इसे ‘फिजिकल रिव्यू डी’ में प्रकाशित किया गया है। विज्ञानियों के अनुसार ब्रह्मांड का केवल पांच प्रतिशत हिस्सा तारे और आकाशगंगा जैसे दिखने वाले या बेरियोनिक ‘मैटर’ से बने हैं। इस दृश्य ‘मैटर’ का लगभग पांच गुना ‘डार्क मैटर’ से बना है। ‘डार्क मैटर’ ऐसा पदार्थ होता है जो प्रकाश उत्सर्जित नहीं करता है। वहीं दृश्य मैटर बेरियोन (मैटर) और एंटीबेरियोन (एंटीमैटर) के बने होते हैं।
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