एंकर-जीव-जगत की रक्षा और अखण्ड भारत को पुनः अखण्ड बनाने के उद्देश्य को लेकर गोवर्धन पीठाधीश्वर संकराचार्य अगोछानंद महाराज प्रशिद्ध शिद्धपीठ राजरप्पा पहुँचे।इस दौरान उन्होंने कहा की माता छिन्नमस्तिके की महिमा अपरंपार है जिनके रुख से संसार की दिशा-दशा तय करता है।आगे कहा की भारत एक महान राष्ट्र है यहाँ के शासक भी महान होते हैं आजादी के बाद विभिन्न पार्टियों की सरकारें बनी और उन्होंने भी देश के लिए काम किये है इसमें कोई संदेह नही है।पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में देश को एक नया आयाम मिला है विश्व में एक नई पहचान मिली है और वो उलझे हुए कार्य जिनको असंभव माना जाता था जैसे धारा 370 हट जाना महान कार्य है जो देश की संप्रभुता पर प्रश्नचिन्ह था।अब देश में दो झंडा और दो विधान अब नही है एक ही संविधान और एक ही ध्वज है।आगे उन्होंने कहा की श्रीराम लला के अयोध्या में विराजमान होने से सम्पूर्ण सनातन को आह्लादित करने वाला है जो हमें 500 वर्ष के श्राप से मुक्ति मिली साथ ही कहा की आने वाला समय भारत और यहाँ के संस्कृति के लिए अच्छा होने वाला है राजनीतिक,सांस्कृतिक,और धार्मिक रूप से और उभरने वाला है।उन्होंने बताया की यह यात्रा 18 देशों में करना है जिसमे छः देश का यात्रा के बाद देश के सभी राज्यों से होते हुए झारखण्ड के परम पवित्र शिद्धपीठ छन्नमस्तिके मंदिर पहुंचे हैं जहां कल विधिवत रूप से मातारानी की पूजन करेंगे।उन्होंने कहा की पर्यावरण को प्रदूषित करना सम्पूर्ण सृष्टि के लिए घातक है इसको बचाने के लिए समाज के राजनीतिज्ञ,और जिम्मेवार ,शिद्ध पुरुषों को एक साथ चिंतन करने की जरूरत है।
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