ज्वाइंट फोरम ऑफ डीबीजीबी के आव्हान पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कैमूर जिले के 38 शाखाओं के 200 से अधिक कर्मचारी एवं अधिकारी हड़ताल पर रहे। एवं क्षेत्रीय कार्यालय भभुआ के सामने जोरदार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है । धरने में उपस्थित अश्विनी कुमार ट्विंकल ने प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि आज बिहार के 20 जिलों में ग्रामीण बैंक की 1078 शाखाओं में पूर्णतः तालाबंदी कर कर्मी सड़क पर उतरे हुए है. 4000 से अधिक अधिकारी एवं कर्मचारी हड़ताल पर है। इस पर अश्विनी ट्विंकल ने जानकारी देते हुए बताया कि हड़ताल का मुख्य मुद्दा है की प्रबंधन द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए बैंक कर्मियों को ससमय प्रोन्नति नहीं देना एवं जानबूझकर उनके कैरियर को एक साल पीछे धकेलना. जिससे की बैंक कर्मचारियों के बीच काफी रोष व्याप्त है. इससे पहले 4 मार्च को नावार्ड पटना के समक्ष ग्रामीण बैंक यूनियन के द्वारा अपने मांगो को लेकर ज्ञापन भी दिया गया है. एवं कई बार बैंक प्रबंधन को संगठन द्वारा अपनी मांगों को मनवाने हेतु वार्ता भी की गई परंतु बैंक प्रबंधन द्वारा संगठन के मांगों को बिलकुल ठुकरा दिया गया जिससे मजबूरन बैंक कर्मचारियों को हड़ताल करना पड़ रहा है। आगे अरेबिया के बबन सिंह ने बताया की यदि बैंक प्रबंधन मांगो को नहीं मानता है तो 25 मार्च को फिर हड़ताल होगा एवं उसके बाद बैंक कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। इस अवसर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ज्वाइंट फोरम के बैंक कर्मचारी बबन सिंह, नरेंद्र कुमार , नागेंद्र कुशवाहा ,अमित कुमार सिंह, लव कुमार, दीपक कुमार,सौरव कुमार, गौरी शंकर नंदन, सुनील पाल,रेहान अहमद, राहुल कुमार के अलावा जिले के करीब 200 की संख्या में सदस्यों मे इस हड़ताल को पूर्णत: सफल बनाया।
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