प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट और देश की पहली बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project) का काम तेजी से चल रहा है. यह ट्रेन 21 किमी लंबी अंडरग्राउंड टनल से होकर मुंबई के अपने आखिरी स्टेशन बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स तक पहुंचेगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में चल रहे बुलेट ट्रेन के काम का जायजा लिया. साथ ही रेल मंत्री ने आज (23 फरवरी) मुंबई में बन रहे टनल के सेंटर प्वाइंट विक्रोली और आखिरी स्टेशन BKC का इंस्पेक्शन किया. रेल मंत्री के मुताबिक देश में इतना लंबा यह पहला टनल होगा जो 21 किलोमीटर का होगा और उसमें 7 किलोमीटर की दूरी समंदर के अंदर से ही तय होगी. टनल का काम बेहद मुश्किल था. जमीन के नीचे की स्टडी करना कि मिट्टी और पत्थर किस तरह के हैं. इसके हिसाब से ही मशीनरी का इस्तेमाल किया गया है. इस प्रोजेक्ट में तकनीक का अनोखा इस्तेमाल हुआ है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 2026 तक सूरत से बिलिमोरा के बीच पहली बुलेट ट्रेन चलाने का टारगेट रखा गया है. इस प्रोजेक्ट में भारत को जापान से मदद मिल रही है. बुलेट ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे होगी. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के अनुसार, बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से दौड़ेगी. मुंबई-अहमदाबाद के बीच की दूरी केवल 2 घंटे 7 मिनट में तय होगी. अभी इन दो शहरों के बीच बस से सफर करने पर 9 घंटे और ट्रेन से 6 -7 घंटे का समय लगता है. बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से शुरू होकर बुलेट ट्रेन (Bullet Train) आखिरी स्टेशन अहमदाबाद के साबरमती तक जाएगी.