जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर क्या किया जाए जिन डॉक्टरों के ऊपर जान बचाने की जिम्मेदारी होती है अगर वही डॉक्टर जान लेने की कोशिश करने लगे तो फिर क्या हो,हम बात कर रहे हैं हमेशा विवादों में रहने बाली आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी की जिन्होंने आयुष ( आयुर्वेद ) से इलाज ना करते हुए एक गर्भवती महिला के गर्भ को गिराने के लिए बिना सोनोग्राफी की रिपोर्ट पढ़े इलाज कर दिया जिससे गर्भवती महिला यसोदा की हालत बिगड़ती गई उसके बाद परिजन यशोदा को तत्काल जिला अस्पताल ले गए जहां के डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया इसके बाद परिजन उसे विदिशा के मेडिकल कॉलेज ले गए जहां डॉक्टरों की टीम ने बारीकी से जांच करने के बाद पाया कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के द्वारा गलत इलाज करने के कारण गर्भवती महिला यशोदा की हालत बिगड़ी है।ईसके बाद डॉक्टरों की टीम ने आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के खिलाफ कार्यबाही करने के लिये विदिशा थाने में आवेदन दिया फिर गर्भवती महिला यासोदा का ऑपरेशन किया गया, वही परिजन अब इस आयुष डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं तो बड़ी आयुष डॉक्टर इन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है परिजनों ने इस आयुष डॉक्टर की शिकायत रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे से भी की तो वही स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी से कार्यवाही की गुहार लगाई है तो वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी जांच करा कर कार्यवाही की बात कर रहे हैं।
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