भारत के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिस्त्री ने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकवादियों को प्रशिक्षण और आश्रय देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अस्थिरता पूरे क्षेत्र के लिए खतरा है। वह किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषदों के सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की छठी क्षेत्रीय वार्ता को संबोधित कर रहे थे। मिस्त्री ने कहा कि अफगानिस्तान के लिए भारत की तात्कालिक प्राथमिकताओं में मानवीय सहायता प्रदान करना, समावेशी और प्रतिनिधि सरकार का गठन सुनिश्चित करना, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का मुकाबला करना और महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करना शामिल है।