कुछ महीने पहले पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र के हरिपुर हाट तल्ला स्थित एमएसके स्कूल परिसर में एक इमारत अचानक से ढह गई थी। जिससे इलाके में दहशत फैल गयी थी. इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों का डर अभी कम नहीं हुआ था कि इसी बीच इलाके में एक और हादसा हो गया. इस बार धसान होने के कारण तालाब का पानी सूख गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार घटना गुरुवार की शाम के बाद हरिपुर हाट तल्ला से सटे गोसाईं टोला मंदिर के बगल के बड़े तालाब में घटी. शाम होने के बाद अचानक तालाब में पानी कम होने लगा। आज सुबह क्षेत्र में जाने पर पता चला कि पानी सूख गया है और तालाब उबड़-खाबड़ जमीन में तब्दील हो गया है. तालाब की सारी मछलियाँ मर गयीं। स्थानीय निवासी शिबू मंडल ने बताया कि इस तालाब के पानी का उपयोग स्थानीय लोग दैनिक जरूरतों के लिए करते हैं. उन्होंने आशंका जताई कि पानी सूखने से कमोबेश सभी को परेशानी होगी. हाट तल्ला निवासी व हरिपुर पंचायत के उपमुखिया गोपीनाथ नाग ने कहा कि भूमिगत खदानों से कोयले के अवैज्ञानिक खनन व ब्लास्टिंग के कारण क्षेत्र में अक्सर भूस्खलन होता रहता है. इलाके में खतरनाक स्थिति बन गई है. गोपीनाथ बाबू ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि ईसीएल के अधिकारियों से कई बार आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इस घटना की खबर पाकर शुक्रवार की सुबह हरिपुर कोलियरी एजेंट पी. के. झा क्षेत्र में आये. उन्होंने तालाब का पानी क्यों सूख गया है, इसका पता लगाकर उपाय करने का आश्वासन दिया।
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