पहली बार किसी क्षुद्रग्रह यानी एस्टेरॉयड पर पानी मिला है. यह खोज नासा के SOFIA यानी स्ट्रैटोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी फॉर इंफ्रारेड एस्ट्रोनॉमी ने की है. यह असल में एक उड़ने वाली प्रयोगशाला है, जिसे नासा खासतौर से एक एयरक्राफ्ट में बनवाया था. जिन दो एस्टेरॉयड में पानी मिला है, उनका नाम है आइरिस (Iris) और मस्सालिया (Massalia). ये दोनों ही एस्टेरॉयड सिलिकेट से भरे पड़े हैं. नासा ने यह खोज जिस विमान के डेटा को कलेक्ट करके किया है, वो अब रिटायर हो चुका है. इस प्लेन में एक टेलिस्कोप लगा है. जिसने चार एस्टेरॉयड पर नजर रखी थी. चारों सिलिकेट से भरे पड़े थे. लेकिन पानी सिर्फ दो पर ही मिला. इस प्लेन को नासा और जर्मन एयरोस्पेस सेंटर मिलकर संचालित करते थे.
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