उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र किया। साथी काशी और मथुरा में मंदिर – मस्जिद विवाद की तरफ भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या का मुद्दा जब लोगों ने देखा तो नंदी बाबा ने भी इंतजार किए बगैर रात में बैरिकेड तोड़वा डालें और अब हमारे कृष्ण कन्हैया भी कहां मानने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि पांडवों ने कौरवों से सिर्फ पांच गांव मांगे थे लेकिन सैकड़ो वर्षों से यहां की आस्था केवल तीन (अयोध्या, काशी और मथुरा) के लिए बात कर रही है योगी ने अपने संबोधन में कहा सदियों तक अयोध्या कुत्सित मनसा के लिए अभिशप्त थी और वह एक सुनियोजित तिरस्कार भी खेलती रही। ‘ । एंकर – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए अयोध्या में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र किया। साथी काशी और मथुरा में मंदिर – मस्जिद विवाद की तरफ भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या का मुद्दा जब लोगों ने देखा तो नंदी बाबा ने भी इंतजार किए बगैर रात में बैरिकेड तोड़वा डालें और अब हमारे कृष्ण कन्हैया भी कहां मानने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि पांडवों ने कौरवों से सिर्फ पांच गांव मांगे थे लेकिन सैकड़ो वर्षों से यहां की आस्था केवल तीन (अयोध्या, काशी और मथुरा) के लिए बात कर रही है योगी ने अपने संबोधन में कहा सदियों तक अयोध्या कुत्सित मनसा के लिए अभिशप्त थी और वह एक सुनियोजित तिरस्कार भी खेलती रही।
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