रानीगंज के बल्लभपुर पेपर मिल में 30 जनवरी से उत्पादन बंद है। कंपनी की तरफ से यहां सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस लगा दिया गया है। इसे लेकर रविवार वामपंथी श्रमिक संगठन सीटू तथा भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर विधायक ने इस पेपर मिल को बंद करने के पीछे तृणमूल कांग्रेस तथा ममता बनर्जी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार के शासनकाल में पिछले 12 वर्षों में बंगाल में कोई कारखाना नहीं आया है। यहां पर औद्योगीकरण बिल्कुल रुक गया है। इसकी वजह है सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा कारखाने के मालिकों से वसूली उन्होंने कहा कि जब भी बंगाल में कोई कारखाना लगाने की सोचता है। उसे यह डर सताने लगता है कि सिंगूर में टाटा के साथ जो हुआ वह उनके साथ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने सिंगुर से टाटा को भगाया। जिस वजह से आज कोई भी कंपनी बंगाल में अपना कारखाना नहीं लगाना चाहता। उन्होंने साफ कहा कि इस कारखाने के कर्मचारियों के साथ जो नाइंसाफी की जा रही है। वह बीजेपी कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। अगर इन कर्मचारियों के 2 महीने का बकाया वेतन, प्रोविडेंट फंड, ग्रेच्युटी का प्रबंध नहीं किया गया तो आने वाले समय में भाजपा और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। वही इस आंदोलन में शुरुआती दिनों से जुड़े रहे सीटू नेता हेमंत प्रभाकर ने कहा कि आज इस धरना मंच पर भाजपा विधायक आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ उनकी राजनीतिक लड़ाई चलती रहेगी। लेकिन आज वह बतौर विधायक आई हैं। उनका इस मंच पर स्वागत है। उन्होंने कहा कि जब भूख लगती है। तब राजनीतिक नारे नहीं लगते तब यही आवाज आती है की रोटी दो आज इसी आवाज का बुलंद करने के लिए भाजपा विधायक भी यहां पर मौजूद है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में सब चोर नहीं है जो लोग ईमानदार हैं। वह चाहते हैं कि कारखाना खुले और श्रमिकों को उनका हक मिले। आज उसी हक की लड़ाई में शामिल होने भाजपा विधायक आई है। वही इस क्षेत्र के आईएनटीटीयूसी उपाध्यक्ष अभिजीत भट्टाचार्य ने कहा कि आज भाजपा और सीटू सिर्फ चुनाव से पहले जनता के सामने अपने आप को जाहिर करने के लिए आए हैं। उनका इस कारखाने के श्रमिकों के साथ कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता हमेशा इस कारखाने के श्रमिकों के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस कारखाने के श्रमिकों के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और उनका जो भी बकाया है। उसे जरूर श्रमिकों को उपलब्ध कराया जाएगा।
Posted inWEST BENGAL