जी हां सभी को गहनों और आभूषणों से सुसज्जित करने वाले समुदाय स्वर्णकार यानी सोनार में एकता की बहुत कमी है। जहां एक तरफ दूसरे समुदाय या जाति के लोग अपनी अपनी संगठन, एकता को बनाकर समाज के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं वहीं सोनार समुदाय के लोग कहीं न कहीं इस मामले में पिछड़े नजर आते हैं। ऐसे में पूर्व विधायक लक्छमण प्रसाद स्वर्णकार जी ने वनभोज के बहाने, 28 जनवरी 2024को कतरास के लिलोरी स्थान स्थित पुराना पार्क में वनभोज के बहाने सभी स्वर्णकार भाइयों को एक मंच पर लाने का सफल प्रयास करते नजर आएं। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में स्वर्णकार लोगो ने अपने समाज विस्तारीकरण के लिए और संगठन को मजबूत करने के लिए आगे आएं। दरअसल, स्वर्णकार समाज स्वयं में भी भिन्न भिन्न जातियों में बंटा हुआ है जिससे उन्हें एक मंच पर लाना किसी चुनौती से कम नहीं है प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट कतरास से।
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