मणिपुर से संघर्षभरी शुरुआत और असम में हिमंत बिस्वा सरमा से टकराव के बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली है। ऐसा तो नहीं कि ममता बनर्जी ने बंगाल में नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया हो, लेकिन जो संकेत दिया है वो उससे कम भी नहीं है। ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में लोक सभा चुनाव अकेले लड़ने के ऐलान के साथ ही तृणमूल कांग्रेस ने ये भी साफ कर दिया है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का उसका कोई इरादा नहीं है. टीएमसी का ये रिएक्शन भी बिलकुल वैसा ही है जैसा सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति के नेताओं से मिलने को लेकर था। असम के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 जनवरी को कूच बिहार से पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने जा रही है। असम के मुकाबले पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा को छोटा रखा गया है। राहुल गांधी का भी कहना है कि ममता बनर्जी को न्याय यात्रा के निमंत्रण दिया गया है, और जयराम रमेश के अनुसार भी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने INDIA ब्लॉक के सहयोगी दलों के नेताओं को भारत जोड़ो न्याय यात्रा का निमंत्रण दिया है।