गया जिला के बोधगया प्रखंड में एक अजिबो गरीब मामला सामने आया है। एक जनप्रतिनिधि महादलित महिला प्रभारी प्रधानाध्यापक को विद्यालय से हटाने के लिए रोज नए-नए हथकंडे अपना रहा है। मुखिया द्वारा 16 अगस्त से लगातार चार बार स्कूल का निरीक्षण किया गया है। बता दे की मुखिया जांच के लिए अकेले नहीं पहुंचता है, वो अपने साथ 20 से 25 की संख्या में लोगों को लेकर स्कूल पहुंचता है। मुखिया स्कूल में पहुंचने के साथ प्रधानाध्यापक के ऑफिस में जाते है और उनके समर्थक बिना परमिशन के स्कूल के कक्षा में जाकर बच्चों का वीडिओं व तस्वीर खिचते है। मामला इलरा पंचायत के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय दुलरा का है। जहां के महिला प्रभारी प्रधानाध्यापक धनेश्वरी देवी ने बताया कि इलरा के मुखिया दीलिप यादव द्वारा हमें इस स्कूल से हटाने को लेकर रोज निरीक्षण के बहाने हमको डराया जा रहा है। मुखिया के डराने के कारण धनेश्वरी की तबीयत खराब हो गई थी। वह 23 अगस्त व 24 अगस्त को विशेष अवकाश लेकर घर चली गई थी। वही 25 अगस्त गुरुवार को अपने ड्यूटी पर पहुंची तो मुखिया, बीईओ नरेश कुमार को लेकर स्कूल पहुंच गए। जबकी पंचायत में अनेकों स्कूल है। फिर हमको ही क्यो टारगेट किया जा रहा है।
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