कैमूर – सी.वी. रमन इंग्लिश स्कूल में बच्चों को दी जा रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा……

कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित सी.वी. रमन इंग्लिश स्कूल मे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। इतना ही नहीं जहां एक तरफ विद्यालय में बच्चों का फ्री एडमिशन लिया जा रहा है। तो वही दूसरी तरफ नेतरहाट, नवोदय, केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल,सीएचएस की तैयारी भी फ्री में करायी जा रही है। विद्यालय के डायरेक्टर ओमकार नाथ चतुर्वेदी‌ ने बताया कि बच्चों के शिक्षा के प्रति विकास के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षा के लिए नामांकित करते समय स्कूल और बोर्ड बहुत मायने रखता है। भारत में सबसे अधिक चुना जाने वाला शिक्षा बोर्ड सीबीएसई है। एक छात्र के करियर की जड़ें एक आदर्श नींव में निहित होती हैं जो हमें स्कूली शिक्षा से मिलती है। सीबीएसई बोर्ड मजबूत पाठ्यक्रम, मूल्यांकन, प्रमाणन और संबद्धता मानदंडों के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और एक आशाजनक करियर के रास्ते खोलने के उद्देश्य को पूरा करता है। डायरेक्टर श्री चतुर्वेदी ने बताया कि बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर विद्यालय के भीतर वाईफाई ,कंप्यूटर लैब ,साइंस लैब, लाइब्रेरी और स्मार्ट क्लास की सुविधा पूरी तरह मौजूद है। पूरा विद्यालय सीसीटीवी कैमरा से लैस है। बताते चलें कि यह विद्यालय भभुआ जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर भगवानपुर बाजार में स्थित है। इस विद्यालय की स्थापना सन 2007 में की गई और इन 18 वर्ष के सफर में विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने कई ऊंचाइयां हासिल कर अपना और विद्यालय का नाम रौशन किया है। सी.वी रमन इंग्लिश स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा का नया आयाम देकर अपनी बेहतरीन का लोहा मनवाया है। राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय प्रतिदिन एक ऊंची उड़ान भर रहा है। अभिभावकों के लिए डिजिटल मैसेजिंग सुविधा भी उपलब्ध है। कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त विशेष शिक्षा की व्यवस्था इस विद्यालय के भीतर है। इन सब के पीछे बड़ी वजह है प्रशिक्षित और अनुभवी शिक्षकों का होना। इस विद्यालय ने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए अनुभवी और प्रशिक्षित शिक्षकों से स्कूल पूरी तरह लैस है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ अनुशासन, संस्कार, सभ्यता संस्कृति और शिष्टता पर भी विद्यालय प्रबंधन पुरजोर ध्यान देता है। यही कारण है कि इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे देश या देश के बाहर उच्च शिक्षा हासिल करने जाते हैं तो उनकी बुनियाद इतनी मजबूत होती है कि वह उच्च शिक्षण संस्थान में भी सफलता हासिल कर लेते हैं।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *