हर इंसान को सांस लेने के लिए हवा की जरूरत होती है और पीने के लिए पानी चाहिए ही. मगर भारत में साफ हवा और शुद्ध पीने का पानी नसीब होना आज एक बड़ी चुनौती बन गया है. खासकर बड़े शहरों में जहां ज्यादा आबादी रहती है. यहां करोड़ों लोग साफ हवा और साफ पानी पीने के अधिकार से वंचित हैं. हर साल लाखों लोग मौत की नींद सो जा रहे हैं. भारत में खराब हवा की वजह से सालाना 1.6 मिलियन (16 लाख) मौतें होती हैं. 99 फीसदी से ज्यादा भारतीय डब्ल्यूएचओ की हेल्थ गाइडलाइन से पांच गुना ज्यादा PM2.5 के साथ खराब हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं.