अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेता शामिल नहीं होंगे. एक दिन पहले पार्टी हाईकमान ने अपना स्टैंड क्लीयर कर दिया है. कांग्रेस ने अपने बयान में यह भी कहा कि हमारे जिन नेताओं को न्योता मिला है, वे नहीं जाएंगे. अन्य कोई नेता भी इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेगा. इसे कांग्रेस की बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. चूंकि न्योता मिलने के 21 दिन बाद पार्टी ने सार्वजनिक रूप से अयोध्या ना जाने का ऐलान किया है. इससे पहले कांग्रेस खुद को राम और राम मंदिर से जोड़ती आ रही है. सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड भी खेलने से नहीं हिचकती है. लेकिन, इस मेगा इवेंट के न्योते को क्यों ठुकराया है, इसके मायने निकाले जा रहे हैं.