अब भारत नहीं अमेरिका में रहना है, रुपये नहीं डॉलर कमाना है, इंडियन नहीं एनआरआई बनना है…. भारत में ऐसी सोच रखने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. ये लोग हर कीमत चुकाकर गैरकानूनी तरीके से अमेरिका जाने के लिए तैयार हैं. ये बात हम नहीं अमेरिकी कस्टम्स डिपार्टमेंट के आंकड़े बता रहे हैं. कुछ लोगों को डॉलर इतने आकर्षित कर रहे हैं कि वो अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर भी गैरकानूनी तरीके से अमेरिका जाने के लिए तैयार हैं. ऐसी चाहत रखने वाले लोगों को अवैध तरीके से विदेश भेजना भारत में कुछ लोगों के लिए धंधा भी बन गया है. खासतौर से गुजरात और पंजाब में ऐसे एजेंट्स का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है जो युवाओं को ऐसा करने के लिए उकसाते हैं और बदले में उनसे लाखों रुपये वसूलते हैं.