राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने का सपना लेकर 2022 में दूसरी बार भाजपा से नाता तोड़ा था। यही नहीं, पटना में अपने पक्ष में पोस्टर लगवाकर बड़ी उम्मीद से दिल्ली बैठक में गए थे, लेकिन किसी ने संयोजक पद के लिए भी उनके नाम का प्रस्ताव नहीं किया। प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी तो बहुत दूर की बात है।
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