मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार गठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद तेज हो गई है। तीनों ही राज्यों के मुख्यमंत्री अपने सहयोगी उपमुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से विचार विमर्श कर रहे हैं। चार महीने बाद होने जा लोकसभा चुनावों को देखते हुए इन राज्यों में मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को साधने की कोशिश होगी, वहीं नए चेहरों और पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाएगी।