धनबाद – जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’ के उद्घोष से ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ उत्साहवर्धक वातावरण में …

धनबाद – जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’ के उद्घोष से ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ उत्साहवर्धक वातावरण में …

आज हिन्दू राष्ट्र के लिए नहीं जागोगे, तो कल इस्लामिक राष्ट्र में रहना पडेगा । : डॉक्टर नील माधव दास, तरुण हिन्दू तरुण हिन्दू के संस्थापक डॉक्टर नील माधव दास ने शक्ति मंदिर के शक्ति भवन’, धनबाद, झारखण्ड में आयोजित ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के उद्घाटन के अवसर पर ऐसा बोल रहे थे । इस अधिवेशन में झारखण्ड, बंगाल, बिहार एवं ओडिशा के 50 से अधिक हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित हैं । मंदिरमुक्ति अभियान हिन्दू राष्ट्र की नींव : श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी, उत्तर प्रदेश – बिहार राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति आज के समय पूरे देश में जिस प्रकार से हिन्दू राष्ट्र की चर्चा हो रही है, उस प्रकार से हिन्दू राष्ट्र के विरुद्ध कुप्रचार भी किए जा रहे हैं । हम विशुद्ध सनातन धर्म पर आधारित रामराज्य की व्यवस्था के पक्षधर हैं । हमें लोकतंत्र में धर्मनिष्ठ राजकर्ता चाहिए तथा उसे भी राजकार्य करने के लिए धर्मोपयोगी मार्गदर्शन करने की व्यवस्था चाहिए क्योंकि वर्तमान में उदय स्टालिन जैसे राजनेता सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से करके उसको समाप्त करने की बात कर रहे हैं । मंदिर मुक्ति अभियान हिन्दू राष्ट्र की नीव है अतः हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना हमारा लक्ष्य है एवं हम इसे अवश्य प्राप्त करेंगे ! इस अधिवेशन का उद्देश्य हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति एवं बल देना है । प्रसिद्ध कथावाचक स्वामी लोचन महाराज मिश्राजी ने कहा, ‘ पूरा विश्व ही हिन्दू है । हिन्दू कभी असंवैधानिक कार्य नहीं करता । घर घर के लोग बच्चों को राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा दें, संतों के द्वारा यह उद्देश्य बहुत प्रबल होना चाहिए ।’ सभी में दिव्य शक्ति ढूंढें, अंदर जो दिव्य शक्ति है उसे ढूंढें, उसकी चर्चा करें तथा पूरे विश्व में यही सभ्यता एवं संस्कृति फैलाएं ! हिन्दू राष्ट्र का यही दृष्टिकोण है ! पूरा विश्व हिन्दू राष्ट्र की भूमिका अपना कर सनातनी बन रहा है, इंटरनेशनल वेदांत सोसाइटी, बंगाल के स्वामी निर्गुनानंद पूरीजी ने ऐसा बताया । अधिवेशन का आरंभ शंखनाद एवं स्वामी राधाकांतानंद महाराजजी, स्वामी निर्गुनानंद पूरीजी, डॉक्टर नील माधव दासजी, सनातन संस्था के संत पूज्य प्रदीप खेमकाजी, दामोदर प्रभुजी एवं लोचन महाराज मिश्राजी के करकमलों से दीपप्रज्वलन कर किया गया । दीपप्रज्वलन के उपरांत वेदमंत्रों का पठन हुआ । प्रस्तुत है सहयोगी मिथिलेश बाबा के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के शक्ति मंदिर से

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