आसनसोल। दिन के उजाले में किस तरह अवैध कोयला का कारोबार खुले आम प्रशासन के नाक के नीचे चल रहा है.प्रशासन बस मौन बन कर यह सब देख रही है। वहीं लोकसभा का चुनाव अगले साल होना है उसके कुछेक महीने पहले से शिल्पांचल में फिर से अवैध कोयला कारोबार के बड़े स्तर पर शुरू होने की चर्चा है।जिसको लेकर धीरे-धीरे छोटे पैमाने पर यह जगह जगह शुरू किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो विभिन्न थाना स्तर पर सिंडिकेट सक्रिय हो चुका है। बताया जा रहा है कि जगह जगह लिफाफे भी पहुंचा दिए गए है। इन दिनों जामुड़िया हो या रानीगंज, सालानपुर हो या फिर कुल्टी, बाराबनी। हर क्षेत्र से कोयला चोरी डंके की चोट पर हो रहा है। इस अवैध कोयला के बारे में जब पत्रकारों ने बाराबनी के विधायक विधान उपाध्याय से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें अवैध कोयला कारोबार की जानकारी नहीं है और अवैध कोयला कारोबार को रोकना प्रशासन का काम है। आपको बताते चलें की अवैध कोयला तस्करी करने के लिए अब ज्यादातर टोटो और बाइक का इस्तेमाल किया जा रहा है। और बाद रात के अंधेरे में सभी कोयले को स्टॉक कर बड़े गाड़ियों में भेज दिया जाता है. ताकि इसकी भनक किसी को ना लगे। इसके बावजूद भी सत्ताधारी के नेताओं का कहना है कि हमें अवैध कोयला के बारे में कोई जानकारी नहीं है और अवैध कोयला रोकना प्रशासन का काम है। ताजूब की बात तो यह है कि अवैध कोयला कारोबार की जानकारी सभी को है लेकिन क्या वाकई सही में प्रशासन और वहां के स्थानीय नेता को इसकी कोई जानकारी नहीं। तो फिर सवाल यह उठता है कि बड़े पैमाने पर यह कारोबार चल कैसे रहा है? दिन के उजाले में इस तरह बाइक से कोयला का कारोबार हो रहा है तो जरा सोचिए की रात के अंधेरे में किस तरह खुले आम काम होता होगा। सभी तस्वीरें मीडिया के कमरे में आ जाती है मगर प्रशासन इससे अछूता ही रह जाता है। यही नहीं सूत्रों की माने तो अवैध कोयला रानीगंज विधानसभा और पांडेश्वर विधानसभा के कई ईट भठो में भी सप्लाई किया जाता है। वहीं अब अवैध कोयला खनन सीजन-3 का काम बाराबानी विधानसभा से होते हुए जामुड़िया विधानसभा तक आ पहुंची है और कोयला माफिया बेलगाम होकर खुलेआम अपना कारोबार कर रहे हैं और प्रशासन से लेकर नेता भी इस मुद्दे पर खामोश है।आखिरकार ये किनके छत्रछाया में अवैध कोयला का कारोबार जोड़ो शोरो से चल रहा है। हाल ही में कुछ दिन पहले ही आसनसोल में कोयला कारोबारी को निशाना बनाकर गोली चलाई गई थी। वहीं दूसरी तरफ जामुड़िया में कोयला के काले धंधे में वर्चस्व के लिए दो गुट आमने-सामने आ गये है। सूत्रों का तो यह भी दावा है की सालानपुर के अवैध कोयला खदानों से कोयला निकालने की जिम्मेदारी सिंडिकेट ने एक जाने माने तस्कर को दी है और यह तस्कर आज भी आसनसोल सीबीआइ कोर्ट में हाजिरी लगाने के लिए आता हैं। तो दूसरी तरफ अवैध कोयला खनन पर भाजपा ने भी मोर्चा खोल रखा है आसनसोल के पूर्व मेयर एवं भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी से अवैध कोयला के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब तक तृणमूल कांग्रेस रहेगी तब तक यह सब चलता रहेगा लोगों को कुछ दिन और यह सब झेलना पड़ेगा जब बदलाव आएगा तो सब कुछ ठीक हो जाएगा।
Posted inWEST BENGAL