आसनसोल के पूर्व मेयर सह पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने अपने आवासीय कार्यालय में गुरुवार को एक पत्रकार वार्ता की.इस दौरान उन्होंने आसनसोल के काली पहाड़ी स्थित बने सिद्धू कानू बस स्टैंड के बने बस टर्मिनल के ढाई वर्ष पूरे होने के बाद अभी तक उसे चालू नहीं किये जाने को लेकर सवाल उठाये और साथ ही चेतावनी दी कि अगर एक महीने के भीतर बस टर्मिनल को चालू नहीं किया गया तो आदिवासी समाज के लोगों को साथ लेकर भाजपा जोरदार आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि आसनसोल की जनता के टैक्स के पैसे से उस बस स्टैंड का निर्माण किया गया था। ढाई साल हो गए उस बस स्टैंड का निर्माण पूरा हो चुका है। लेकिन अभी तक उस बस स्टैंड को चालू नहीं गया है। उन्होंने कहा कि कहा गया था कि इस बस स्टैंड के बन जाने से तथा वहां से बसों के परिचालन से आसनसोल में ट्रैफिक जाम की समस्या दूर हो जाएगी। लेकिन क्या वजह है कि अभी भी उसे बस स्टैंड को चालू नहीं गया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू कानू आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानी थे। जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। ऐसे में उसे बस स्टैंड का निर्माण होकर भी वहां से बसों का परिचालन न होना न सिर्फ सिद्धू कानू का अपमान है। बल्कि आसनसोल की जनता का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि उसे बस स्टैंड के निर्माण में 6 करोड रुपए का खर्च आया था। लेकिन जिस तरह से उसे पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। तथा आम जनता के टैक्स के पैसे की बर्बादी की जा रही है भारतीय जनता पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और अगर अगले 1 महीने के अंदर उसे बस स्टैंड को चालू नहीं गया तो वहां के आदिवासी समाज के लोगों को साथ लेकर भाजपा बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि उसे बस स्टैंड के निर्माण के लिए आदिवासी समाज के लोगों ने अपने जमीन दी थी। बच्चों ने अपने खेल के मैदान को कुर्बान किया था। लेकिन फिर भी उसे बस स्टैंड नहीं खोलकर आसनसोल की जनता आदिवासी समाज तथा सिद्धू कानू का अपमान किया जा रहा है।
Posted inWEST BENGAL