पश्चिम बर्दवान जिला के आसनसोल जामुड़िया क्षेत्र स्थित तिलकामांझी आदिवासी निशुल्क प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक दीपनारायण नायक को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त वैश्विक शिक्षक पुरस्कार 2023 में 130 देशों के शिक्षको की सूची में से शीर्ष दस शिक्षकों में शामिल किये गए है. जिसको लेकर इलाके के लोगों में काफी उत्साह है। आपको बता दे कि शिक्षक दीपानारायण नायक को पहले ही यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त वैश्विक शिक्षक पुरस्कारों में शीर्ष 50 की सूची में जगह बना चुके हैं। इस बार वह शीर्ष दस की सूची में जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय शिक्षक हैं। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के नाम की घोषणा अगले नवंबर में पेरिस में यूनेस्को महासभा में की जाएगी। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के विजेता को एक मिलियन अमेरिकी डॉलर से सम्मानित किया जाएगा , बुधवार को टॉप 10 फाइनलिस्ट के नाम घोषित किए गए दीप नारायण की पहचान उनके शिक्षकों में है जिन्होंने बच्चों को पढ़ने के लिए अपनी गलियों में मिट्टी की दीवारों को ब्लैक बोर्ड में बदल दिया, लॉकडाउन के दौरान उनका यह प्रयोग बच्चों की पढ़ाई सुचारू रखने में काफी कारगर सिद्ध हुआ, कक्षाओं को स्कूल से बाहर स्थानांतरण कर देने के इस प्रयोग के कारण उन्हें टीचर ऑफ द स्टेट के विशेष सम्मान से भी सम्मानित किया गया, गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले वंचित समाज के बच्चों को उनके इस विशेष तरीके का काफी लाभ मिला , उन्होंने बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी शिक्षित व जागरूक करने में भूमिका निभाई , शैक्षिक और सामाजिक रूप से चुनौतियों का सामना कर रहे वर्ग में उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी शिक्षा की ज्योति जलाई रखी. असाधारण शिक्षकों की पहचान की इस वैश्विक प्रतियोगिता में दुनिया के रहस्य देश के वैसे शिक्षक भाग ले सकते हैं. जिन्होंने अपने पैसे से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है साथ ही उन्होंने शिक्षकों के महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला है।
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