कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड स्थित पवरा पहाड़ी पर विराजमान माता मुंडेश्वरी का मंदिर स्थित है यूं तो यहां सालों भर भीड़ लगा रहता है लेकिन नवरात्रि के दिनों में यहां उत्तर प्रदेश झारखंड मध्य प्रदेश और देश के अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर दर्शन करते हैं और मन्नत मांगते हैं और जिसकी मन्नत पूरी हो जाती है वह दोबारा आकर यहां रक्तहीन बकरे की बली माता को चढ़ता है “चंद मुंड विनाशिनी” राक्षस मुंड के विनाश के लिए माता रानी ने धरती पर अवतार लिया था बता दे की माता मुंडेश्वरी के गर्भ में ही भगवान शंकर विराजमान है लोगों ने मंदिर के अंदर एक अद्भुत नजारा देखा जिसमें एक नाग आकर लगभग 2 मिनट तक मंदिर में रहकर भगवान शंकर के दूध को पिता रहा, दूध पीता देख नाग को मंदिर के अंदर मौजूद सैकड़ो श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़ नाग का दर्शन किया , लोगों का मानना है कि स्वयं भगवान शंकर मंदिर में आकर भक्तों को दर्शन दिये है। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब मंदिर के अंदर नाग देखा गया हो स्थानीय लोगों के मुताबिक ऐसा हमेशा होता है जब मंदिर के अंदर नाग प्रवेश करता हो लेकिन यह नाग किसी को नुकसान नहीं पहुंचता है।
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