देश की आजादी के अमृत महोत्सव के श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों की कड़ी में भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से केंद्रीय पुलिस बल(सीआरपीएफ) द्वारा शुरू किए गए नारी शक्ति अभियान के तहत सीआरपीएफ की 150 वीरांगना महिला बाइकर्स समूह की “यशस्विनि यात्रा” बिहार के औरंगाबाद पहुंची। यात्रा में शामिल वीरांगवाओं का शहर के बियाडा ग्रोथ सेंटर स्थित सीआरपीएफ बटालियन हेडक्वार्टर परिसर में कमांडेंट जियाउं सिंह के नेतृत्व में शानदार-जानदार और भव्यतम स्वागत किया गया। इस दौरान महिला बाइकर्स समूह के स्वागत में पलक पावड़े बिछाए स्कूली बच्चों ने तिरंगा लहराकर अभिनंदन किया। वीरांगनाओं पर पुष्प वर्षा की गई। उन्हे फुलों का हार पहनाया गया। सीआरपीएफ की वीरांगनाओं की टीम लीडर खानेश्वरी ने बताया कि राष्ट्रीय एकता और सद्भावना को प्रोत्साहित करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं अभियान को बल देने के उदेश्य से यह यात्रा देश के तीन अलग-अलग स्थानों-श्रीनगर, शिलांग और कन्याकुमारी से निकली है। तीनों ही यात्राएं 31 अक्टूबर को गुजरात के एकता नगर पहुंचकर समाप्त होगी। हर यात्रा में 75 बाइक शामिल है। यात्रा देश के 15 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए कुल 10 हजार किमी. का सफर तय करेगी। जिस टीम को वह लीड कर रही है, वह यात्रा मेघालय के शिलांग से 5 अक्टूबर को निकली है। यह यात्रा भी 31अक्टूबर को गुजरात के एकता नगर पहुंचेगी। कहा कि बेटियां बेटों से कम नही बल्कि उनसे आगे बढ़कर है। इस बात को अवाम को बेहतर तरीकें से समझने की जरूरत है। बेटियां सरस्वती, काली और दुर्गा स्वरूप है। बेटियों को भी आगे बढ़ने दे। उन्हे कामयाब होने दे और इसमें सहयोग भी करे। उनकी सभी से यही विनम्र अपील है।
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