गांधी जयंती के अवसर पर बिहार में जाति आधारित सर्वे के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी होते ही बिहार में सियासत तेज हो गई है। वहीं, अब जातीय सर्वेक्षण जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। JAP सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि, हम जातीय गणना के खिलाफ नहीं है, जाति जनगणना से पासवान, जोलहा, शर्मा, केवट, नोनिया, मांझी ऐसे समाजिक और शैक्षणिक लोग, जो आर्थिक रुप से कमजोर हैं, जरुरत है उसे ऊपर लाने की, लेकिन हिंदुस्तान के नेता कभी गरीब और गरीबी को खत्म करने पर बात करते हैं? जब तक शर्मा, जोल्हा, शर्मा, तांती, नोनिया, चंद्रवंशी, केवट, धानुका इस समाज को जो यादव, कुर्मी समाज के लोग हैं जो ओबीसी में सबसे मजबूत हो चुके हैं। आर्थिक और शैक्षणिक रूप से मैं मानता हूं कि कुर्मी समाज आज सबसे ऊपर है, उसके बाद कुशवाहा। पप्पू यादव ने कहा कि जातीय सर्वेक्षण के आंकड़े जारी होने के बाद राज्य में यादव समाज की संख्या 4.26 प्रतिशत है, लेकिन फिर भी उनकी शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति सही नहीं है, हमारी ताकत सबसे ज्यादा होने के बावजूद मैं मानता हूं कि यादव की ताकत सर्व समाज के लिए बनी है थी जो दुनिया का सम्मान करता था जो अपने कृष्ण को उस अभिव्यक्ति को जिंदा रख हुए है।
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