धनबाद जिला को बोकारो, जमशेदपुर के अलावे रांची, पुरूलिया, पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाला डिगवाडीह मोहलबानी घाट स्थित बिरसा पुल की स्थिति भयावह और खतरनाक हो चुकी है। रेलिंग से लेकर सड़क जर्जर हो चुकी है दर्जनों बड़े-बड़े गड्ढे आपको दिखाई दे रहे होंगे, समय रहते इसे दुरुस्त नहीं किया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है जिसे इंकार नहीं किया जा सकता है, पुल में लगे छड़ भी अब नजर आने लगे है… सामने बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा भी आ रहा है, इस पुल को धनबाद का लाइफ लाइन भी कहा जाता है। बिरसा पुल से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहनों और लोगों का गुजरना होता है बावजूद इसके मरम्मत कार्य पर जिला के किसी अधिकारियों की नजर नहीं पड़ रही, जनप्रतिनिधि भी रोजाना इसी सड़क से गुजरते हैं लेकिन उनके पास भी सुध लेने का समय नहीं है… भगवान बिरसा मुंडा के नाम से वर्ष 1980 में बना बिरसा पुल पर चलना खतरनाक साबित हो रहा है। इस पुल में तेरह खंभे है। पुल का उद्धघाटन तत्कालीन सांसद एके राय, विनोद बिहारी महतो आदि ने 1980 में किया था…
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