रानीगंज – नदी के सफाई के नाम पर निकल रहे ओवरलोडेड बालू ट्रक के कारण जर्ज़र हुई ग्रामीण सड़क और…

नदी के सफाई के नाम पर निकल रहे ओवरलोडेड बालू ट्रक के कारण जर्ज़र हुई ग्रामीण सड़क और ब्रिज,मरम्मत की मांग को लेकर ग्रामीणों ने वाहनों को रोक किया प्रदर्शन विधायक तापस बनर्जी के आदमी बालू एवं कोयला ट्रैकों से कर रहे वसूली,नदी की सफाई के नाम पर हो रही बालू चोरी-भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी स्क्रिप्ट। रानीगंज थाना क्षेत्र के निमचा हाड़ाभांगा मार्ग पर नोनिया नदी पर बने हाड़ाभांगा ब्रिज और ग्रामीण सड़क तिराट इलाके के दामोदर नदी घाट से नदी की सफाई के नाम पर सैकड़ों ओवरलोड बालू ट्रक और ईसीएल के कोयला लदे डंपरों के चलने की वजह से इलाके का ग्रामीण सड़क और नोनिया नदी पर बने हाड़ाभांगा ब्रिज पूरी तरह से जर्जर हो चुका है जिस कारण नोनिया नदी पर बने ब्रिज के टूटने की आशंका बनी हुई है। जिस सड़क और ब्रिज की क्षमता 10 टन की है लेकिन वहां से प्रतिदिन 50 से 60 टन बालू लोड कर ट्रक गुजर रहे हैं। जिससे ब्रिज की अवस्था अत्यंत ही खराब हो चुकी है। वह ब्रिज कभी भी टूट सकता है। ब्रिज की जर्जर अवस्था की वजह से कभी भी यहां बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ब्रिज की अवस्था को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में भय व्याप्त है। ब्रिज से गुजरते वक्त ग्रामीण बहुत ही सावधानी से गुजरते हैं क्योंकि वहां पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। इस ब्रिज की जर्जर अवस्था को देखते हुए स्थानीय ग्रामीण नें वहां से गुजरने वाले वाहनों को रोक कर विरोध प्रदर्शन किया। घंटो प्रदर्शन के बाद ईसीएल के निमचा कोलियरी के अधिकारी वहां पहुंचे एवं उन्होंने रास्ते की मरम्मत का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया बाद में ईसीएल द्वारा छाई गिराकर गढ़ों को भरने की कोशिश की गई। इस विषय पर स्थानीय माकपा नेता कल्लोल कर्मकार ने कहां कि ब्रिज का अवस्था काफी दिनों से जर्जर है और बरसात के समय मे इस ब्रिज की स्थित बहुत ज्यादा खराब हो जाता है। ब्रिज की अवस्था खराब होने के पीछे अवैध बालू के ट्रक जो कि दामोदर नदी से निकल रहे हैं यहां नदी की सफाई के नाम पर बालू खनन का खेल हो रहा है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक बालू लोड कर कोलकाता सहित बांग्ला देश तक भेजा जा रहा है। इसी ब्रिज से होकर यह ट्रक गुजरते हैं। हम लोग कई बार इसका विरोध किए हैं परंतु यहां का प्रशासन सिंडिकेट से पैसा वसूली कर रहा है। गांव के कुछ लोगों को पैसे दे कर मुंह बंद कर कर रखा गया है। यहां ब्रिज के पास एक बोर्ड लगा था जिस पर ब्रिज की वहन क्षमता लिखी गई थी परंतु उस बोर्ड को यहां से हटा दिया गया। यहां का जो ग्रामीण सड़क और ब्रिज है उस सड़क की छमता 10 टन की है परंतु इस सड़क से प्रतिदिन 40 से 60 टन तक ओवरलोड ट्रक अवैध रुप से नदी की सफाई के नाम पर निकल रहे कचरे को बालू के रूप में ले जा रहे हैं। नॉर्दर्न एक्सप्रेस प्राइवेट नामक कंपनी यहां दामोदर नदी के तिराट के घाट से नदी की सफाई के नाम पर बालू निकल रही है। इसको लेकर आज हम लोगों ने ग्रामीणों के साथ वाहनों को रोक कर ब्रिज की मरम्मत की मांग पर प्रदर्शन किया। ईसीएल प्रशासन को बताने के बाद यहां पर छाई गिराने का काम हो रहा है। ब्रिज के टूटने का भय हमलोगों के अंदर बना हुआ है। कभी भी ब्रिज टूट सकता है जिससे बड़ी दुर्घटना घट सकती है। यहां दुर्घटना के आशंका अक्सर बनी रहती है।हड़ाभांगा, तिराट सहित आसपास के गांव के लोगों को इस रास्ते से आने जाने में काफी दिक्कत होती है। स्कूल के बच्चे बहुत सावधानी से ब्रिज पार करते हैं। कभी भी दुर्घटना होने की आशंका रहती है। कई बार हम लोगों ने ईसीएल प्रशासन को बोला है। पूर्व विधायक तापस बनर्जी एवं वर्तमान विधायक अग्निमित्रा पाल को भी बोला गया था परंतु अभी तक ब्रिज के मरम्मत का काम नहीं हुआ। वही इसको लेकर आसनसोल के पूर्व मेयर एवं भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने विधायक तापस बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दामोदर नदी के तिराट घाट से बालू और इलाके से जो कोयला जाता है.वहां से इलाके के पूर्व तृणमूल कांग्रेस के विधायक एवं बर्तमान मे रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी के लोग पैसा कलेक्शन करते हैं उनके सहयोग से ही वहां पर अवैध बालू एवं कोयला चलता है वहां से लाखों लाख रुपए की वसूली होती है। इसलिए वहां पर गैर कानूनी काम चलता है। ब्रिज टूटे तो टूटे उन लोगों को पैसा मिलना चाहिए। नॉर्दर्न एक्सप्रेस कंपनी द्वारा नदी की सफाई के नाम पर प्रतिदिन 12 चक्का 18 चक्का सैकड़ों ट्रैकों के माध्यम से बालू निकालने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वहां नदी की सफाई नहीं हो रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार का जो राजस्व है उसका सफाई हो रहा है। यहां से करोड़ों करोड़ों रुपया जो बालू के टेंडर के माध्यम से सरकार के पास आता था सरकार का वह पैसा जनता के काम में लगता। वह पैसा नॉर्दर्न एक्सप्रेस कंपनी तृणमूल के नेताओं को पहले ही मोटा पैसा दे चुकी है। अब वहां पर पूरा का पूरा बालू चोरी हो रहा है एवं इस तरह से नदी सफाई के नाम पर ड्रेजिंग के नाम पर वहां बालू की चोरी हो रहा है अगर यह बंद नहीं हुआ तों अगले साल अप्रैल के महीने तक पुरे आसनसोल क्षेत्र मे पानी संकट उत्पन्न होगा ,आने वाले दिनों मे यहा जो वाटर

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