कांग्रेस के हिंदुत्व कार्ड पर भी सिंधिया ने निशान साधा, पीसीसी के कमलनाथ के धार्मिक आयोजन करने पर सिंधिया ने ली चुटकी। पिछले एक माह में जब से विधानसभा, लोकसभा चुनाव की सरगर्मी शुरुआत हुई है, तब से हम लोग सदन के अंदर सदन के बाहर, रामायण और महाभारत का संदर्भ बहुत सुन रहे हैं।भगवान राम और रावण का संदर्भ बहुत सुन रहे हैं। जनेऊ धारी की बहुत बात हो रही है। मंदिर की परिक्रमा के पर्यटन की सत्र की शुरुआत हो गई है। यज्ञ बहुत आयोजित किए जा रहे हैं।कोई राजनीतिक दल पहली बार अपने मेनिफेस्टो में राम वन गमन पथ की घोषणा कर रहे हैं,पर मैं मानता हूं कि देश की जनता सब कुछ जानती है.इनके मुखोटे जनता ही उतारेगी।जो 140 करोड़ जनता की आशा के अनुरूप मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन अगले वर्ष के शुरुआत में करने जा रहे हैं।सिंधिया ने विपक्षी एकता पर भी सवाल खड़े किए सिंधिया ने कहा यह जो कुनबा बना है,सत्ता के लालच के लिए,यह जो कुनबा बना है, जो अधिरंजन चौधरी ने स्वयं अपने इंटरव्यू में कहा मोदी शाह के जगरनोट को रोकने के लिए,मैं उनको कहना चाहता हूं जो कल मैंने उन्हें संसद में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी का जगरनोट नहीं है,यही तो कठिनाई है कांग्रेस की। यह देश जनता की लहर है, इस लहर के सामने यह कुनबा जो सत्ता के लालच के साथ इकट्ठा हुआ है। जिनकी आत्मा में विरोध है,मैने सदन में कहा जिनके दिल नहीं मिलते उनके दल मिल रहे हैं। दूध का दूध और पानी का पानी देश की जनता 2024 में करके भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार तीसरी बार नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में स्थापित करेगी। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर कहा उनको अपनी सोच सलामत, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह जी वरिष्ठ नेता हैं,, उनको अपनी सोच सलामत जनता अपनी निर्णय लेगी, जनता का निर्णय चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा।
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