जदयू का आरसीपी सिंह प्रकरण : राजनीतिक गलियारों में चर्चा, जांच हुई तो सीएम तक पहुंचेगी आंच
बक्सर से बबलु उपाध्याय की रिपोर्ट —-
एंकर – सूबे बिहार के कद्दावर नेता आरसीपी सिंह के राजनेता बनने के बाद अकूत सम्पति अर्जित किये जाने का खुलासा के बाद बक्सर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया हैं. कांग्रेस विधायक ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि यदि जांच हुई तो आंच मुख्यमंत्री तक भी पहुंचेगी।
कांग्रेस के राजपुर विधायक विश्वनाथ राम ने कहा कि सूबे में नीतीश मंत्रिमंडल के पूर्व और वर्तमान सभी मंत्री विधायक के संपत्तियों की जाँच होनी चाहिए. कांग्रेस का साफ मानना है कि सावन के महीने में भगवान भोले के दर्शन पूर्व नन्दी का दर्शन करना पड़ता है उसी प्रकार मुख्यमंत्री दर्शन पूर्व आरसीपी दर्शन सर्वविदित हैं। निष्पक्ष जाँच हो तो आंच सीएम तक पहुंच सकती है।
बाइट्स – विश्वनाथ राम ( विधायक राजपुर विधानसभा बक्सर )
भाकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य सह पूर्व सांसद तेजनारायण सिंह यादव ने कहा कि भाजपा-जदयू गठबंधन बिहार सरकार को इस मामले की निष्पक्ष जाँच कर कार्यवाई करनी चाहिये। जनता के हक का पैसा बटोर कर अकूत सम्पति अर्जित करना बड़ा गम्भीर विषय हैं।
बाइट्स – तेजनारायण सिंह यादव ( पूर्व साँसद सह भाकपा, प्रदेश नेता )
राष्ट्रीय जनता दल के झुग्गी-झोपड़ी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सन्तोष भारती ने कहा कि राजद का शुरु से मानना है कि केन्द्र सरकार और बिहार सरकार के सभी मंत्री-विधायक के अकूत सम्पति के मालिक हैं इनकी जांच होनी चाहिए।
बाइट्स – सन्तोष भारती ( प्रदेश अध्यक्ष झुग्गी-झोपड़ी संघ, राजद, बिहार )
बक्सर जिला जदयू के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह यादव से आरसीपी मामले पूछे जाने पर साफ कहना था कि हमारे मुख्यमंत्री जी का साफ कहना है कि किसी को ना तो फंसाते है और ना ही किसी को बचाते हैं। सरकार भी इस मामले की जाँच कर रही है जल्द ही सच सामने आएगा।
बाइट्स – अशोक कुमार सिंह यादव ( जिलाध्यक्ष, जदयू )
बता दें कि जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वर्ष 2013 से अब तक उनके उनकी पत्नी एवं उनकी दोनों बेटियों के नाम पर नालंदा जिले के दो प्रखंड अस्थावां और इस्लामपुर में करीब 40 बीघा से ज्यादा जमीन खरीदी गई है, जिसमें कुल 58 प्लॉट शामिल हैं. माना यह भी जा रहा है कि इसके अतिरिक्त अन्य जिलों में भी उनकी संपत्ति होने का खुलासा हो सकता है. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष ने उनसे इस पर जवाब मांगा है. बताया जा रहा है कि इस खुलासे के बाद अपने ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से जवाब-सवाल करने वाले जदयू देश की पहली पार्टी बन गई है.