जामुड़िया – तृणमूल कांग्रेस का आरोप,माकपा के द्वारा उनके तीन कार्यकर्ताओं के घरों मैं तोड़फोड़…

चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार आज जामुड़िया के डाहुक गांव में 42 नंबर बुथ पर पुनर्मतदान किया जा रहा है लेकिन इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता कर्मियों का आरोप है कि बीती रात करीब डेढ़ 2:00 बजे के आसपास सीपीआईएम के समर्थकों ने तृणमूल कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं के घरों मैं तोड़फोड़ की गोली चलाई और बमबारी का भी आरोप लगाया जा रहा है इस बारे में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता आलोक राणा ने बताया कि कल रात करीब 2:00 बजे के आसपास उनके घर को निशाना बनाकर सीपीआईएम कार्यकर्ताओं द्वारा पत्थर फेंके गए एक राउंड गोली भी चलाई गई उन्होंने बमबारी का भी आरोप लगाया उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने अपने उच्च नेतृत्व को इस घटना की जानकारी दी इसके उपरांत वहां पर पुलिस की टीम आई और उन्होंने उपद्रवियों को वहां से हटा दिया उनका कहना है कि 8 जुलाई को जिस दिन पंचायत चुनाव हो रहा था उस दिन भी सीपीएम के कार्यकर्ताओं ने मतपेटी में पानी डाल दिया था तोड़फोड़ की थी उन्होंने बताया कि कुल 3 घरों में तोड़फोड़ की गई वही एक और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तम राणा ने बताया कि उस वक्त रात के 2:00 बज रहे होंगे वह अपने घर में सो रहे थे अचानक पत्थरबाजी की आवाज सुनकर वह उठ गए उन्होंने एक गोली चलने की आवाज सुनी इसके बाद वह दौड़कर छत पर गए जब उन्होंने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो आक्रमणकारी वहां से भाग गए उन्होंने बताया कि जो लोग गोलियां चला रहे थे वह बाहर से आए थे उन्होंने इस घटना के लिए सीपीआईएम को दोषी करार दिया हालांकि वहीं माकपा के एक नेता तथा सारा भारत खेत मजदूर यूनियन के जिला कमेटी के सदस्य ने सीपीआईएम पर लग रहे सभी आरोपों से इनकार किया उन्होंने कहा कि माकपा कार्यकर्ता गोली बंद की राजनीति नहीं करते पुराने उल्टा पुलिस पर आरोप लगाया कि माकपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के घरों में रात को पुलिस ने दबिश दी यहां तक कि घर की महिलाओं के साथ भी बदतमीजी की गई उनको भद्दी भद्दी गालियां दी गई उन्होंने कहा कि गरीब पाड़ा बावरी पाड़ा मैं पहले तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माकपा कार्यकर्ताओं पर हमला करने का प्रयास किया उसके बाद पुलिस ने आकर तांडव मचाया घर की महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने माकपा समर्थक तीन व्यक्तियों के बेटों को हिरासत में ले लिया जिनमें एक नाबालिग भी है उनका कहना है कि पुलिस की बर्बरता का प्रमाण यह है कि रात में पुलिस दीवार फांद कर माकपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसी इसके साथ ही उन्होंने माकपा पर लग रहे गोली चलाने के आरोपों को संपूर्ण रूप से खारिज किया और कहा कि वह चुनौती देते हैं कि किसी भी जांच में यह साबित कर दें कि माकपा कार्यकर्ताओं ने गोली चलाई उन्होंने कहा कि कल जो कुछ हुआ वह अत्यंत निंदनीय है पुलिस का आचरण बेहद लज्जा जनक था और यह तभी हो सकता है जब सत्ता में तृणमूल कांग्रेस की तरह एक अमानवीय सरकार हो

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