उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक कहर बनकर बरस रही है। जहां शहरों में जलभराव की स्थिति है, तो वही पहाड़ों पर बादल फटने से बाढ़ और भूस्खलन से जान पर बनाई है। सड़कें और पुल तेज पानी के बहाव में बह गए हैं। लोग घरों में फंस गए हैं। सड़कों पर इतना पानी है कि कार और दोपहिया वाहन डूब गए हैं। दिल्ली एनसीआर के पॉश इलाकों से लेकर हिमाचल उत्तराखंड की सुदूर वादियों में एक ही जैसी स्थिति है। 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को बे पटरी करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
*17 ट्रेनें की गई है कैंसिल।
उत्तर भारत में लगातार इस वक्त भारी बारिश का दौर जारी है। इसके मद्देनजर, उत्तर रेलवे ने रविवार को लगभग 17 ट्रेनों को रद्द करने और लगभग 12 ट्रेनों के रूट डायवर्जन किए हैं। दिल्ली में 40 साल बाद 1 दिन में सबसे अधिक बारिश हुई, जिससे सड़कें और अंडरपास जलमग्न हो गए। कुछ इलाकों में पानी दुकानों और घरों में घुस गया।
*मंडी में आई बाढ़, 100 साल पुराना पुल बहा।
मंडी जिले के थुनाग ब्लॉक में रविवार को अत्यधिक बारिश होने के कारण अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ के कारण घर के अंदर मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। बाढ़ के पानी ने लकड़ियों और चट्टानों को लुढ़का दी। पंडोह में 100 साल पुराना लाल पूल, मंडी शहर और जोगिंदर नगर को जोड़ने वाले कून क्षेत्र में एक पुल के अलावा पंचवक्तरा मंदिर और दवारा क्षेत्र में पैदल पुल बह गए।
*शिमला कालका ट्रेन सर्विस रद्द, कई ट्रेनों के रूट बदले।
लगातार भारी बारिश के कारण दिल्ली क्षेत्र से ट्रेनों को सुरक्षित रूप से चलाने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पटरियों से पानी निकालने के लिए दिल्ली सब्जी मंडी क्षेत्र और स्टेशन के प्रशिक्षण योग्य क्षेत्र मैं 8 पंप चलाए जा रहे हैं।
*उत्तर भारत में बंद हुए स्कूल।
बारिश ने रफ्तार में ब्रेक के साथ ही बच्चों के शिक्षा पर भी रोक लगा दी है। उत्तर भारत में कई प्रदेशों में सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे तो कई जिलों में आदि 3 दिन तक स्कूल बंद किए जाने के आदेश दिए गए हैं। उत्तराखंड में 11 और 12 जुलाई को चमोली, पौड़ी, गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोडा, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
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