मंडला – 48 घंटे बाद खुला मंडला जबलपुर मार्ग, कलेक्टर, एसपी पहुंचे मौके पर लग रहा जाम, परेशान…

48 घंटे बाद खुला मंडला जबलपुर मार्ग, कलेक्टर, एसपी पहुंचे मौके पर लग रहा जाम, परेशान हो रहे यात्री, वाहन चालक मंडला जबलपुर मार्ग के कुड़ामैली में फंसे भारी वाहन बमुश्किल से निकले, रविवार देर शाम खुला जाम फोटो- मंडला 02 जुलाई. नेशनल हाईवे 30 पर स्थित मंडला जबलपुर मार्ग किसी मुसीबत से कम नहीं है। आए दिन इस मार्ग पर कोई ना कोई समस्या उत्पन्न हो जाती हैै। जिससे आने जाने वाले वाहनों के पहिये थम जाते है, जिससे घंटो इंतजार करना पड़ता है। बता दे कि शुक्रवार की दोपहर करीब 03 बजे से मंडला से जबलपुर और जबलपुर से मंडला आने वाले वाहनों के पहिए थम गए। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। दोनों तरफ जाम लग गया। पूरे 48 घंटे तीन दिन और दो रात से वाहनों के पहिए थमे हुए है। मामला कुड़ामैली मार्ग का है, जहां शुक्रवार को टाईल्स लेकर जबलपुर की तरफ जा रहा भारी वाहन फंस गया। जिसके कारण आवाजाही अवरूद्ध हो गई। जैसे तैसे फंसे ट्रक में लदे टाइल्स को रविवार की दोपहर उतारा जा रहा था, उसी दौरान एक भारी भरकम करीब सात टनीय वजनी फंसे ट्रक के बाजू में क्रॉसिंग के दौरान फंस गया। दोनों वाहन आजू बाजू में खड़े हो गए। वैसे तो वाहनों की कतार पिछले तीन दिन व दो रात से लगी है। अब दोनों वाहनों के फंस जाने से और मुश्किलें बढ़ गई थी। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से बमुकिल टाईल्स लदे ट्रक को निकाला गया। दूसरे वाहन को निकालने का प्रयास लगातार जारी रहा। इसी दौरान मंडला कलेक्टर और मंडला पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। जिसके बाद मार्ग में फंसे वाहन को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। जिसके बाद यातायात सुचारू हो सका। बबैहा घाट में भी फंस रहे वाहन :: बता दे कि नेशनल हाईवे 30 मंडला से जबलपुर मार्ग का निर्माण कार्य विगत आठ वर्ष से किया जा रहा है, लेकिन आज दिनांक तक इस मार्ग को पूर्ण नहीं किया जा सका है। मंडला जबलपुर जाते समय बबैहा घाट में पहाड़ की कटिंग कर मार्ग बनाया जा रहा है, और यहां मार्ग बनकर भी तैयार है, लेकिन इस मार्ग में पहाड़ के पत्थर गिर रहे है। जिसमें सुधार कार्य किया जाना है, जिसके कारण इस मार्ग को डायर्वट किया गया है। ठेकेदार द्वारा डायवर्सन मार्ग बनाया गया है। डायवर्सन मार्ग कच्चा और सकरा होने के कारण यहां वाहनों की आवाजाही के दौरान आये दिन भारी वाहन फंस जाते है। जिससे जाम लग जाता है। जिसके कारण यात्री वाहन और राहगीरों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। हाईवे मार्ग मुसीबत से कम नहीं : बता दे कि वर्ष 2015 में सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया था, जो वर्तमान में लगभग एक-दो क्षेत्रों को छोड़कर पूर्ण होने की बात कही जा रही है। कुडमैली में ब्रिज निर्माण सहित तीन स्थानों पर पहाड़ की कटिंग होना शेष है। इन स्थानों पर लोगों को कच्चे और संकरे डायवर्सन मार्ग से आवाजाही करनी पड़ रही है, जिसकी वजह से लोगों को बेहद परेशानी हो रही है। नेशनल हाईवे होने के कारण इस मार्ग से भारी वाहन गुजरते हैं जो अक्सर इन डायवर्सन में फंस जाते हैं और मार्ग पर लम्बा जाम लग जाता है। अब बारिश शुरू हो गई है, और गर्मी के सीजन में कई बार इन मार्गो में जाम की स्थिति बनती थी, अब तो बारिश अपने पूरे शबाव पर है, ऐसे में जाम लगना लाजमी है। लेकिन इस सीजन में तो यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है। माफी मांगने के बाद हालात जस के तस : विगत माह नबंवर में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंडला पहुंचे। यहां मंडला जबलपुर हाईवे के अधूरे निर्माण पर नाराजगी जताते हुए मंडलावासियों से माफी भी मांगी थी। उन्होंने रोड निर्माण ठेके को निरस्त करने और नेशनल हाईवे के स्टेंडर्ड अनुरूप कार्य करने के निर्देश भी दिए थे। जिसके बाद जिलेवासियों को इस मार्ग के जल्द पूरा होने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण की उम्मीद जाग गई, लेकिन केंद्रीय मंत्री की घोषणा के बावजूद उनके निर्देशों का कोई असर नजर नहीं आ रहा। मिनिस्टरी ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की ओर से 14 मार्च को जारी इस टेंडर में निर्माण कार्य के लिए 8 माह का समय निर्धारित किया गया है। टेंडर जारी होने के बाद करीब 3 माह का समय बीत गया है। इस दौरान टेंडर की तिथि करीब सात बार आगे बढ़ चुकी है। प्रशासकीय स्वीकृति के इंतजार में तिथि बार-बार आगे बढ़ाई जा रही है।

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