झाझा के मजदूर की नासिक में हुई हत्या लोगों में बढ़ रहा है आक्रोश। आए दिन जिस तरह से लगातार बिहारी मजदूरों के साथ अन्य प्रदेशों में उन्हें प्रताड़ित किया जाता है जिसकी सूचना हमेशा समाचार संगलनो में लगी रहती है,वर्तमान में झाझा प्रखंड अंतर्गत चाय का एक मामला प्रकाश में आया है, रफीक अंसारी नाम के युवक का शव संदिग्ध अवस्था में बैक जोन कंपनी के कैंपस में पेड़ की डाली से लटका हुआ मिला, तस्वीरें देखकर स्पष्ट होता है कि यहां आत्महत्या नहीं बल्कि रफीक की किसी ने हत्या कर दी, घंटो बीत जाने के बाद भी कंपनी के द्वारा अथवा वहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का कोई पहल नहीं किया जा रहा है जिसको लेकर परिजनों में आक्रोश व्याप्त है, शोक संतप्त परिजनों से मिलने पहुंचे गौरव सिंह राठौड़ ने कहा कि अविलंब शव को उनके पैतृक गांव चाय भेजा जाए तथा जो भी इस घटना में लिप्त है उन पर कड़ी सजा हो, तथा बिहार सरकार पीड़ित परिवार को दस लाख रुपए का मुआवजा राशि अभिलंब भेंट करें अन्यथा हम लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग अपने मत से विधायक सांसद बनाते हैं लेकिन जब हम लोग की दुख की बारी आती है तो कोई नेता हम लोग के दुखों में नजर नहीं आता है जो बेहद दुर्भाग्य है ऐसे में हम लोग सरकार से मांग करते हैं कि बिहार में रोजगार का सृजन हो ताकि यहां के युवा यही रोजगार करें अन्य प्रदेशों में जाकर प्रताड़ित ना हो, ब्रह्मदेव प्रसाद यादव के साथ बलजीत पासवान की रिपोर्ट
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