भाजपा कार्यकर्त्ता राजेंद्र साव की हत्या के मामले सनसनीखेज खुलासा, पुलिस का दावा है कि यह हत्या जुए के पैसों के बंटवारे को केन्द्र कर किया गया था। हालांकि, पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। इस घटना को लेकर डीसी सेंट्रल कुलदीप एसएस ने जामुड़िया थाना अंतर्गत श्रीपुर फाड़ी में पत्रकार वार्ता कर यह जानकारी दी। इस घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से सात मोबाइल, एक 7.65 बोर की पिस्टल आठ ताजा कारतूस के साथ 26 हजार नगद एवं अन्य सामान बरामद किया गया है।रविवार को मुख्य आरोपी रघुनाथ कर्मकार को लेकर घटना का पुनर्निर्माण कराया गया। इस दौरान रघुनाथ ने दिखाया की कैसे उसने राजेन्द्र शाव की हत्या की थी। डीसी सेंट्रल कुलदीप एसएस ने कहा कि पुलिस को इस घटना को लेकर ऐसी कोई तथ्य नहीं था कि आरोपी तक पंहुचा जाए। लेकिन पुलिस ने अपने सूत्रों के आधार पर बड़ी संख्या में सोर्शो से पूछताछ की और एक का नाम पता चला। उस सूत्र के आधार पर, दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया और मुख्य आरोपी रघुनाथ कर्मकार को इस महीने की 6 तारीख को आसनसोल रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी रघुनाथ को कोर्ट से 14 दिन की पुलिस हिरासत में ले लिया गया।लगातार पूछताछ के बावजूद उससे कोई जानकारी नहीं मिली। आखिरकार छह दिनों तक पुलिस की पूछताछ में रघुनाथ ने पूरी इस हत्याकांड की जानकारी दी। कैसे हुई थी भाजपा नेता राजेंद्र शाव की हत्या? गत 29 अप्रैल को रानीगंज के रानीसयर क्षेत्र निवासी राजेन्द्र साव की राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक दो पर बोगरा स्थित शोरूम के पास उनकी ही कार में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, उसी समय भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल घटनास्थल पर पहुंची और पंचायत चुनाव से पहले राजनीतिक हत्या का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर सड़क जाम कर दी। डीसी सेंट्रल कुलदीप एसएस ने आगे कहा कि आरोपी रघुनाथ कर्मकार 2018 में रानीगंज में एक सोने की दुकान में लूट में शामिल था। दुष्कर्म के मामले में इसी साल फरवरी में जेल से जमानत पर छूटा था।
Posted inWEST BENGAL