इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस मेडिकल छिंदवाड़ा के पैरामेडिकल छात्र छात्राओं ने 2020 में प्रवेश दिया गया था। कॉलेज की लापरवाही के चलते एफीलिएशन समय पर नहीं होने के कारण जबकि पाठ्यक्रम 3 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं जिसके चलते समस्त छात्र-छात्राएं मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा आयोजित परीक्षा से वंचित रहें। यह सब मेडिकल कॉलेज डीन एवं पैरामेडिकल नोडल अधिकारी की लापरवाही से हुआ है। इसके लिए यूनिवर्सिटी कॉलेज जवाबदार है। एनएसयूआई मांग करती है कि इंस्टिट्यूट आंफ मेडिकल साइंसेज छिंदवाड़ा के पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं का वर्ष 2020 के अनुसार एफीलिएशन किया जाकर इन सभी छात्र-छात्राओं की परीक्षा आयोजित की जाए। अन्यथा जिला एनएसयूआई छात्र छात्राओं के हित में उग्र आंदोलन करेगी इसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
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