यूपी के संभल जिले में आबादी के बीचो-बीच घर के अंदर अवैध रूप से संचालित हो रही आतिशबाजी की फैक्ट्री में आग लगने के कारण भारी विस्फोट हुआ। धमाके में छह महीने के मासूम, दो लड़कियों और एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई और 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घर की छत उड़ गई और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई । साथ ही आधा दर्जन से अधिक मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे में दबे हुए मृतकों के शवों को बाहर निकाला गया। *घर में लाकर रखे थे आतिशबाजी से भरे दो बोरे। बताया जा रहा है कि साबिर अली मंगलवार को संभल जिले की चंदौसी तहसील से दो बोरे में भरकर आतिशबाजी लेकर आया था और लाकर घर के अंदर रखी थी। जिसके बाद साबिर अली किसी काम से चला गया था। मंगलवार देर शाम साबिर अली के मकान में आग लगने के कारण घर में रखी हुई आतिशबाजी ने आग पकड़ ली। *4 की मौत, 9 घायल। दमकल विभाग की टीम ने घर के अंदर लगी हुई आग पर काबू पाया। मगर, एक के बाद एक हो रहे धमाकों के कारण टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने घर में लगी आग पर काबू पाया। पुलिस प्रशासन और एसटीआरएफ की टीम ने मलबा हटाया और दबे हुए लोगों को बाहर निकाल कर एंबुलेंस की मदद से गुन्नौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। आतिशबाजी विस्फोट की चपेट में आकर पटाखा कारोबारी की पत्नी और बेटी सहित चार लोगों की मौत हुई है, जबकि 9 लोग हादसे में गंभीर घायल है। *एसपी,डीएम सहित कई अधिकारी पहुंचे थे मौके पर। वहीं हादसे की जानकारी मिलने पर डीएम मनीष बंसल और एसपी चक्रेश मिश्रा भी घटनास्थल पर पहुंचे और अफसरों से घटना की जानकारी ली है, जिसके बाद देर रात तक भी घटनास्थल पर रेस्क्यू टीमों के द्वारा मलबा हटाने का काम जारी है। गुन्नौर कोतवाली पुलिस ने आतिशबाजी कारोबारी साबिर अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको गिरफ्तार कर लिया है। एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि गुन्नौर थाना इलाके में हुई घटना में आरोपी साबिर को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिस जगह के लिए उसे लाइसेंस दिया गया था। मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है। वहीं, डीएम मनीष संभल मामले में कानूनी कार्रवाई की गई है।
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