जून के महीने में मोदी सरकार के लिए तीन शानदार खबर आई है । तीनों खबरें इस बात को साबित करती हुई नजर आ रही है, कि देश की इकोनॉमी सही पटरी पर दौड़ रही है। बीते दिन खुदरा महंगाई दर के आंकड़े राहत देने वाले हैं। इसके अलावा देश की ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट(GDP) ने नई ऊंचाई हासिल की । साथ ही देश के औद्योगिक उत्पादन में भी उछाल दर्ज की गई है। खुदरा महंगाई दर में लगातार आ रही गिरावट इस बात को साबित कर रही है इसे नियंत्रण करने को लेकर रिजर्व बैंक के द्वारा की कोशिशें कामयाब हुई है। अप्रैल के महीने में खुदरा महंगाई दर 4.70 फ़ीसदी पर थी। खाद्य एवं इंधन प्रोडक्ट्स की कीमतों में आई गिरावट की वजह खुदरा महंगाई दर घटकर 25 महीने के निचले स्तर पर आई है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मई 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.25% रही ,अप्रैल, 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है। अप्रैल 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.23% पर थी। भारतीय इकोनॉमी ने 2023 में बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है। साल 2014 के बाद देश की जीडीपी लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2023 में 3.75 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंची है। सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ऑफिस ने ट्वीट कर के इस बारे में जानकारी दी। मौजूदा कीमतों पर भारत की जीडीपी ब्रिटेन (3,159 अरब डॉलर), फ्रांस (2,924 अरब डॉलर), कनाडा (2,089 अरब डॉलर), रूस (1,840 अरब डॉलर) और ऑस्ट्रेलिया (1,550 अरब डॉलर) से अधिक है। मौजूदा प्राइस के लिहाज से भारत की जीडीपी 3,737 अरब डॉलर है। इकोनामी के मोर्चे पर सरकार के लिए दूसरी अच्छी खबर औद्योगिक उत्पादन का डाटा है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने के दौरान देश की इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल महीने में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 4.2 फ़ीसदी रही है। इससे पहले मार्च महीने में या ग्रोथ रेट सिर्फ 1.6 फीसदी रहा था।
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