भौरा अवैध उत्खनन हादसा में मृत लोगो , नाबालिक बच्चे और दर्जनो घायल मामले में देश रक्षक विचार मंच का कहना है कि तस्करों, स्थानीय प्रबंधन, आउटसोर्सिग प्रोजेक्ट संचालक, सुरक्षा विभाग पर गैर इरादतन हत्या का मामला भौरा ओपी में दर्ज होना चाहिए था और कठोर कारवाई होना चाहिए पर ऐसा होगा नही । पैसा के बल पर मामला को दबा दिया जायेगा फिर कुछ दिनों में अवैध उत्खनन कारोबार का माहौल बन जायेगे। श्रम कल्याण आयोग, विभाग को जांच करना चाहिए था की आउटसोर्सिग प्रोजेक्ट परिसर में कैसे नाबालिक बच्चे काम कर रहे थे। सरकारी एजेंसियों को आंकड़ा जुटाना चाहिए की सच में कितने लोगो की मौत हुई और कितने लोग घायल हैं और मीडिया और जनता को बताना चाहिए। विभाग बचने की कोशिश रहा हैं सिर्फ जो गलत हैं । आउटसोर्सिग प्रोजेक्ट परिसर में ढंग और उचित तरीके से फेंसिंग घेराबंदी भी नही की गई हैं। नियम कानून,सुरक्षा को ताक पर रखकर चलाया जा रहा आउटसोर्सिग
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