कुछ ऐसा ही मामला औरंगाबाद में सामने आया है. जहां एक 9वीं क्लास की छात्रा मां बनी है. उसने सदर अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दी है. छात्रा इस मामले के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. छात्रा नगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ला की वह रहने वाली है. शाम छात्रा को उसकी बहन व एक युवक ने भर्ती कराया। जब बच्चे का जन्म हुआ तो दोनों फरार हो गए. फिलहाल किशोरी सदर अस्पताल में भर्ती है. एक साल पहले मंदिर में हुआ था प्रेमी से मुलाकात छात्रा ने बतायी कि वह शहर में किराये के मकान में रहकर पढ़ाई करती है. इसी बीच एक साल पहले एक मंदिर में एक लड़के से मुलाकात हुई. जिसके बाद पहले उससे दोस्ती हुई. फिर दोस्ती प्यार में बदल गई. अक्सर दोनों मिलते-जुलते थे.इसी बीच वह प्रेगनेंट हो गई. जब उसके पेट में दर्द हुआ तो अल्ट्रासाउंड करायी। जिसके बाद पता चला कि वह प्रेगनेंट है. इस बात को जब वह प्रेमी से बतायी तो वह बात करना बंद कर दिया. इसके बाद भी वह प्रेमी पर नहीं बनाना चाहती है दबाव छात्रा ने बतायी कि जो मेरे साथ हुआ उसे कोई टाल नहीं सकता है. मैं उस लड़के पर भी दबाव बनाना नहीं चाहती हूं. मैंने जो बच्चे को जन्म दी हूँ इसका पालन-पोषण भी मैं ही करूंगी। इस बच्चे का मैं पूरी तरह से ख्याल रखुंगी आपको बताते चलें कि किशोर के पिता नहीं है. मां है, लेकिन वह भी उसे अपनाने से इनकार कर दी है. छात्रा अपना घर का पता और मां के बारे में भी कुछ नहीं बताना चाहती है. दत्तक ग्रहण संस्थान की नर्स ने की छात्रा से मुलाकात सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा मामले की जानकारी कर्मा रोड स्थित आरोहन दत्तक ग्रहण संस्थान को दी गई। जिसके बाद संस्थान की नर्स गीतांजली कुमारी सदर अस्पताल पहुंची और छात्रा से मुलाकात की. वहीं उन्होंने कहा कि छात्रा की हिम्मत की दाद देनी होगी। इसे हमारी संस्थान से जो भी मदद की जरूरत होगी,वह उसे किया जाएगा
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